चंद्र शांति से धन प्राप्ति

1.चंद्रमा को मजबूत करना हो तथा धन प्राप्ति की इच्छा हो तो”मोती युक्त चन्द्र यन्त्र” गले में धारण करें।

2.अनिष्ट चन्द्रमा की शांति के लिए पूर्णिमा व्रत सहित चंद्र मंत्र का विधिवत् अनुष्ठान करना चाहिए ।

3.दूध का बर्तन रात को सिरहाने रखकर सुबह कीकर या यज्ञीवृक्ष में डालना चाहिए।

4.चारपायी के पायों में चांदी की कील गाड़ना चाहिए।

5.बहुते पानी (गंगा) में स्नान करें।

6.घर की छत के नीचे कुआ या हैडपंप न लगाना चाहिए।

7.चन्द्र नीच का हो तो चन्द्र की चीजों का दान करें। यह उपाय 5, 11 या 43 दिन या सप्ताह या एक मास लगातार करें।

8.केतु के साथ चन्द्र होने पर गणपति की उपासना करें।

9.चन्द्र निर्बलता में कैलिसयम की विशेष कमी हो जाती है, अत: उसका सेवन ( विशेषकर बच्चों को) बहुत हितकर है।

10. कर्क या वृष के निर्बल चन्द्र के लिए भगवती गौरी अथवाू परांबा ललिता की आराधना करें।

11. चावल, चांदी, दूध आदि का दान करें।

12. चन्द्र पीड़ा की विशेष शांति हेतु चांदी, मोती, शंख, सीप, कमल और पंचगव्य मिलाकर सात सोमवार तक स्नान करें।

13. चन्द्र पीडित को प्रदोष तथा श्रावण सोमवार का व्रत अवश्य करें।

14. शिव चालीसा का नियमित पाठ करें।

15. “दक्षिणावर्ती शंख” घर में रखकर उसकी पूजाकरें।

16. हर सोमवार को बबूल के झाड़ में दूध चढ़ायें।

17. रजत पात्र में जल पिएं।

18. नवरत्न जड़ित पावरफुल श्रीयंत्र गले में धारण करें।

19. हरिवंश पुराण के अनुसार जातक को शिव की उपासनाकरनी चाहिए।

20. दुर्गासप्तशती का पाठ, चन्द्र सहित सभी ग्रहों की अनुकूलतादायक एवं सर्वसिद्धिप्रद होता है।

21. बलारिष्ट से बचने हेतु बच्चे के गले में मोती का चंद्रमा अभिमंत्रित करके कवच के रूप में पहनावे।

22. सोमवार का व्रत 5, 11 अथवा 43 बार करें।

23. द्वादश ज्योति्लिंगों की यात्रा व उनका पूजन करना चाहिए।

24. आसमानी बर्फ (ओले ) शीशी में भरकर रखें या गंगाजल का प्रयोग करें।

25. चन्द्रमा उच्च का हो तो चन्द्र की चीजों का दान नहीं देवें।

26. घर में “स्फटिक श्रीयन्त्र” स्थापित करें एवं उसके सामने श्रीसूक्त के मंत्रों का नियमित पाठ करें।

27. ॐ नमः शिवाय की नित्य एक माला का जाप मंत्र सिद्ध चैतन्य रुद्राक्ष माला से करें।

28. असली “एक मुखी रुद्राक्ष” को पूजा स्थान पर स्थापित कर उसकी नियमित पूजा करें।

29. नित्य “पारद शिवलिंग” की पूजा उपासना करने तथा रूद्राभिषेक करने से समस्त कष्टों का निवारण होता है।

30. तीन सफेद पुष्प प्रति सोमवार एवं पूर्णिमा को कुएं में अथवा बहते जल में प्रवाहित करें।

31. मंत्रसिद्ध चैतन्य पारद शिवलिंग प्राप्त करके, उसका यथाविधि पूजन करने से चन्द्र पीड़ा शीघ्र शान्त होती है । युक्त चांदी

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